आज हम आपको आसान भाषा में समझायेंगे की fd full form in hindi या एफडी का फुल फॉर्म क्या होता हैं ? FD क्यों करनी चाहिए ,एफडी कराने के क्या फायदे हैं? कौनसी बैंक FD में कितने ब्याज देते हैं? समय से पहले FD तोड़ने से क्या होगा . इन सभी सवालो के जवाब हम आपको आज के इस आर्टिकल में देनेवाले है ,यह आर्टिकल पढ़ने बाद आपको FD के बारे में सभी तरह की जानकारी मिल जायेगी .
FD के बारे में हम आपको एक अच्छे उदहारण से समझाते है ,अगर आप के बैंक में कुछ पैसा पड़ा हुआ है और कही दिन आप ने उस पैसो को इस्तेमाल नहीं किया हो तो आपको बैंक कर्मचारी के तरफ से कॉल जरूर आया होगा और उस बैंक कर्मचारी ने आपको आपके उस पैसे को FD, RD या किसी Mutual Fund या किसी Insurance Policy में इन्वेस्ट करने की सलाह आपको जरूर दी होगी।
FD full form in Hindi|FD (एफडी) का फुल फॉर्म क्या होता हैं ?
FD (एफडी) का full form Banking term में या यह कहु की बैंक में FD का मतलब ‘Fixed Deposit’ (फिक्स्ड डिपाजिट) होता है। अगर आप FD (एफडी) का हिंदी अनुवाद करते हो तो गूगल पे FD (एफडी) का मतलब ‘सावधि जमा’ दिखाया जाता है।
अब आप ने FD (एफडी) का full form क्या होता है यह तो जान लिया है अब हम आप को समझाते है की FD एफडी यानि ‘Fixed Deposit’ (फिक्स्ड डिपाजिट) क्या होता हैं.
FD (एफडी) जिसे हम और आप फिक्स्ड डिपॉजिट के नाम से भी जानते है। FD (एफडी) एक सेविंग योजना है जिसके ऊपर आप को व्याज प्राप्त होता है। और सबसे जरुरी बात तो यह है की FD (एफडी) सेविंग करने का एक सरल और सुरक्षित मार्ग है।
अगर आसान भाषा में आप को बताये तो आप बैंक या पोस्ट में अपने पैसे FD (एफडी) के जरिये ५ साल या उससे अधिक समय के लिए invest करते है ,FD फिक्स्ड डिपॉजिट का अवधि कम से कम 6 माह और अधिकतम समय अवधि 10 वर्ष तक की होती है। बैंक आपको आपके FD (एफडी) में इन्वेस्ट किये गए पैसो पे व्याज देता है जो हर बैंक के हिसाब से अलग अलग होता है। ज्यादा कर के हर बैंक का ब्याज दर 5 % से 9 % तक होता है।
सरकारी बैंक या पोस्ट ऑफिस में FD (एफडी) करने पर आपको कम व्याज दिया जाता है, वही अगर आप private bank जैसे HDFC Bank या ICICI बैंक जैसे बैंको में FD (एफडी) करते हो तो आप को सरकारी बैंको के मुकाबले थोड़ा अधिक व्याज मिलता है।
FD में क्यों लगाना चाहिए पैसा? | FD क्यों की जाती है ?
पुराने काल से ही हमारे यहाँ एक रीत चली आ रही है जिसे हम बचत कह सकते है। हम अपने कमाए हुए राशि में से कुछ राशि को हमेशा से बचाकर रखते है और बाकि राशि को रोजाना के कामो के लिए खर्च करते है। पर बचाये गए राशि को हम खर्च नहीं करते है उसे संभालकर रखते है, ताकि जरुरत के समय में वह राशि हमारे काम में आ सके। इस बचाये हुए राशि को ही हम बचत कह सकते है।
आप ने अपने घर में भी देखा होगा की आपके पिताजी कुछ पैसे बचत के रूप में रखते है और कुछ पैसे आप के माँ के पास घर खर्चे के लिए देते है। उस घर खर्चे में मिले पैसो से भी कुछ पैसे बाजु में निकालकर आप की माताश्री बचत स्वरुप बाजु में रखते है। इस बचाये हुए राशि को ही हम बचत कह सकते है।
यह सब बाते आपको FD (एफडी) का सही मतलब और जरुरत समझने में जरुरी है। आप को हम बता दे की इंडिया में हर कोई बचत करता रहता है पर अगर वह बचत किया गया पैसा आप को अभी किसी काम में नहीं आ रहा है तो आपको उस पैसो को कही ना कही तो इन्वेस्ट करना ही चाहिए। दोस्तों आज के समय में पैसे की जरुरत हर किसी को होती है और हर कोई चाहता है की उसने जो पैसे बचाये हुए है उस पैसे को भी काम पे लगाकर उससे पैसे कमाए जाये। और अगर आप अपने बचाये हुए पैसो से अच्छा Interest कमाना चाहते हो तो आपको अपने बैंक में FD करनी चाहिए।
अब बात आती है जो पैसा आप ने बचाया है उसे Invest करने की। तो आप को बता दे की देखा जाये तो बचाये गए पैसो को इन्वेस्ट करने के कही option आप के पास होते है। पर आप को FD ही क्यों करनी है इसके बारे में हम आप को विस्तार से बताते है।
फिक्स्ड डिपॉजिट एकमात्र ऐसी सेविंग स्कीम है जहाँ आप को पहले से ही पता होता है की आप को कितने पैसे कितने साल के लिए इन्वेस्ट करने होंगे और साथ ही आप को यह भी पता होता है की FD के मैच्यूरिटी होने पर आप को कितनी राशि प्राप्त होगी।
FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) एक सरल और विश्वसनीय सेविंग योजना होती है जिसपर मिलने वाला व्याज बिलकुल फिक्स होता है वह ना ही कम प्राप्त होता है और ना ही ज्यादा वह निर्धारित रहता है।
NOTE: – RBI के वित्तीय पालिसी के हिसाब से ब्याज दरों में बढ़ोतरी और घटाई चलती रहती है जिस कारन से बैंक भी अपने ब्याज दरों में बढ़ोतरी और घटाई करती रहती है। पर आप को डरने की कोई जरुरत नहीं है क्योकि बैंक के तरफ से ब्याज दर कम भी होता है तो जिस समय में जिस ब्याज दर के द्वारा पैसा जमा किए हैं उसी के अनुसार पैसा मिलता हैं.
एफडी करने के फायदे (FD Account Benefits)
दोस्तों FD (फिक्स डिपॉजिट) करने के कही सारे फायदे होते है जो आप निचे देख सकते हो ,
- FD (फिक्स डिपॉजिट) यह सबसे पुराना Investment का तरीका है जिसमे आप की धनराशि बिलकुल सुरक्षित रहती है। इसपर शेयर मार्केट के चढाव उतराव का कोई भी असर नहीं होता है। इसलिए सीनियर सिटिज़न की पहले से ही पसंद FD (फिक्स डिपॉजिट) स्कीम को होती है। क्योकि वह अपने जीवन में कमाए गए धन पे सिर्फ ब्याज चाहते है कोई रिस्क नहीं लेना चाहते है। साथ ही FD (फिक्स डिपॉजिट) करने पर आपको फिक्स इंट्रेस्ट रेट मिलता रहता है जो पेंशन धारको के लिए अच्छा बेनिफिट होता है।
- अगर आप के पैसे saving account में बिना काम के पड़े है तो आप को बता दे की saving account में पड़े पैसो पे आपको काफी काम Interest प्राप्त होता है। और अगर आप वही पैसा FD में लगाते हो तो आप को अच्छा Interest rate मिलता है।
- FD में आप जो पैसा invest करते है वह 5 साल से अधिक समय के लिए किया जाता है जिससे आपको मिलने वाले व्याज पर Income Tax में भी छूट प्राप्त होती है।
- अगर आप को किसी जरुरी काम के लिए पैसो की जरुरत हो तो आप अपने FD के Against लोन भी ले सकते हो।
- आज के समय में FD करना या तोडना दोनों ही आसान और ऑनलाइन हो गए है जिससे आप को किसी भी समय पर अपने FD को ब्रेक करते आता है.
- अगर आप के पास क्रेडिट कार्ड नहीं है और कोई बैंक आप को क्रेडिट कार्ड नहीं देती है तो आप कोटक बैंक जैसे बैंको में FD कर के FD against क्रेडिट कार्ड भी ले सकते हो।
- अभी के समय में आप घर बैठे अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग से भी FD कर सकते हो इतना ही नहीं आप चाहे तो किसी भी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (Non-Banking Financial Companies) में भी FD करा सकते हो।
- अगर आप ने पहले ५ साल के लिए FD (फिक्स डिपॉजिट) की थी और अब आप उसे आगे के ५ साल के लिए बढ़ाना चाहते हो तो आप आसानी से FD (फिक्स डिपॉजिट) को रिन्यू करा सकते हो।
एफडी करने के क्या नुकसान है (FD Account Disadvantages)
देखा जाये तो FD करने के हमेशा फायदे ही नुकसान तो कुछ भी नहीं है। पर फिर भी निवेश के हवाले से देखा जाये तो जिस तरह किसी चीज के फायदे होते है तो उसी तरह उसके कुछ नुकसान भी होते है। ऊपर हमने आप को FD (एफडी) के फायदे तो बताये अब आपको FD (एफडी) करने के नुकसान भी तो बताये जाने चाहिए वरना हमारा यह आर्टिकल पूरा नहीं हो पायेगा। तो चलिए हम जान लेते है की FD Account के Disadvantages क्या होते है।
- सबसे बड़ा नुकसान तो यह है आप रिस्क लेने से डरते हो इसलिए आप अपना पैसा FD में इन्वेस्ट करते हो। जहाँ बैंक आप ही के पैसो को कर्जे के स्वरुप में बाटकर लोगो से १० से २० % ब्याज लेता है। वही आप को return में बैंक सिर्फ 5 से 9 % ब्याज FD के ऊपर देता है।
- FD में इन्वेस्ट किया गया पैसा आप को ६ माह से लेकर १० साल तक के अवधि तक रखना होता है। जब आपको किसी जरुरी समय के लिए पैसो की जरुरत होती है उस वक़्त आप अगर आप की FD तोड़ते हो तो आप को नुकसान होता है।
- आप अपने पैसे FD में ना इन्वेस्ट करके थोड़ी रिस्क लेकर स्टॉक मार्केट में डायरेक्ट या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करते हो तो आप को FD से ज्यादा के return देखने को मिलते है।
(FD) फिक्स डिपॉजिट करने के तरीके
आज के समय में (FD) फिक्स डिपॉजिट करना काफी आसान हो गया है पहले आप को (FD) फिक्स डिपॉजिट करने के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते थे पर अब इंटरनेट के युग में (FD) फिक्स डिपॉजिट करना काफी आसान हो गया है।
आप अपने घर बैठे अपने बैंक के मोबाइल ऍप या इंटरनेट बैंकिंग के मदत से भी (FD) फिक्स डिपॉजिट लगा सकते हो। और अगर आप में पास कोई मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग नहीं है तो आप ऑफलाइन तरीके से भी (FD) फिक्स डिपॉजिट शुरू कर सकते हो।
FD (फिक्स डिपॉजिट) करने का ऑनलाइन तरीका
आप FD (फिक्स डिपॉजिट) अपने आप घर बैठे ऑनलाइन तरीके से आसानी से कर सकते हो। आप का बैंक सरकारी हो या निजी इंडिया में हर बैंक इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की फैसिलिटी अपने ग्राहकों को प्रदान करती है। इसलिए आप अपने मोबाइल के मदत से आसानी से FD (फिक्स डिपॉजिट) कर सकते हो। फिर भी हम आप को HDFC Bank के Mobile Banking App से आप FD (फिक्स डिपॉजिट) कैसे करते है इसकी जानकारी देने वाले है।
स्टेप १:- सबसे पहले आप को आपके मोबाइल से HDFC Bank का Mobile Banking App ओपन कर लेना है। मोबाइल बैंकिंग ऍप ओपन होने बाद आप को लॉगिन कर लेना है।
स्टेप २:- जब आप अपने HDFC Bank के Mobile banking को login कर लोगे तो आप के सामने नया पेज दिखाई देगा।
स्टेप ३ :- ऊपर दिए गए इमेज में आप को Save option के निचे Deposits option पे क्लिक करना होगा जिसके बाद आप के सामने नया पेज दिखाई देगा।
स्टेप ४ :- अब आप को ऊपर दिए गए इमेज में Open Fix Deposit का ऑप्शन दिखाई दे रहा होगा आप को ऊपर क्लिक करना होगा। जिसके बाद आप को निचे दिए गए इमेज जैसा इंटरफ़ेस दिखाई देगा।
स्टेप ५ :- अब आप को ऊपर दिए गए इमेज में आप का जो भी सेविंग अकाउंट है वह दिखाई देगा और उसके निचे आप को Intrest Payout का ऑप्शन दिखाई देगा जो आप अपने मन मुताबिक ले सकते हो। यहाँ आप को व्याज कब चाहिए वह सेलेक्ट करना होता है यहाँ आप ६ महीने से लेकर १ साल तक का अवधि चुन सकते हो। उसके निचे आप को Amount का ऑप्शन दिखाई देगा यहाँ आप को वह अमाउंट डालनी है जो आप FD स्वरुप invest करना चाहते हो।
अब आप को निचे की और Duration का ऑप्शन दिखाई देगा यहाँ आप FD कितने साल तक करना चाहते हो वह सेलेक्ट करना होगा। आप FD ६ महीने से लेकर १० साल तक कर सकते हो। अगर आप HDFC Bank के FD का रेट ऑफ़ इंटरेस्ट चेक करना चाहते हो तो तो view intrest rate ऑप्शन पर क्लिक करके चेक कर सकते हो। ऊपर दी गई सभी तरह की जानकारी देने बाद आप के सामने Maturity की सारी डिटेल्स दिखाई पड़ेगी।
इसी तरह आप का बैंक अकाउंट भारत के किसी भी सरकारी या निजी बैंक में हो तो भी आप उनके मोबाइल ऍप से या इंटरनेट बैंकिंग के मदत से आसानी से घर बैठे अपनी FD शुरू कर सकते हो।
FD (फिक्स डिपॉजिट) करने का ऑफलाइन तरीका
अगर आप के पास मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा नहीं है या आप ऑनलाइन प्रोसेस नहीं जानते हो या ऑनलाइन ट्रांसक्शन करने का रिस्क नहीं लेना चाहते हो तो ऑफलाइन तरीके से भी FD कर सकते हो।
स्टेप १ :- सबसे पहले आप की जो भी बैंक है उस बैंक के नजदीकी शाखा में आप को जाना होगा।
स्टेप २ :- बैंक जाने बाद आप को आपको जो भी relationship manager assign किया गया होगा उसको मिलना होगा या किसी भी बैंक कर्मचारी से मिलना होगा और उससे आपको बात करनी होगी FD करने के बारे में।
स्टेप ३ :- अब आप को बैंक कर्मचारी एक फिजिकल फॉर्म देगा उस फॉर्म को भरकर आप को बैंक कर्मचारी को देना होगा जिसके बाद आप की FD शुरू हो जाएगी। अगर आप फॉर्म नहीं भर सकते तो डरने की कोई बात नहीं है आप उस बैंक कर्मचारी से कहकर उससे भी अपना फॉर्म भरवा सकते हो।
एफडी कराने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
दोस्तों अगर आप ऑनलाइन फिक्स डिपाजिट करते हो तो आप को किसी भी डॉक्यूमेंट की जरुरत नहीं होती है पर वही आप ऑफलाइन तरीके से FD करते हो तो आप को कुछ डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ती है। उसमे भी अगर आप का बैंक अकाउंट किसी प्राइवेट बैंक में है तो आप को सिर्फ अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड देने की जरुरत होती है बाकि कीसी और डॉक्यूमेंट की कोई जरुरत नहीं होती है।
पर अगर आप सरकारी बैंक या पोस्ट ऑफिस से FD करते हो तो यहाँ कुछ डॉक्युमेंट्स कम्पलसरी होते है ताकि बैंक FD करने वाले इंसान को verify कर सके ताकि कोई फ्रॉड ना हो पाए।
- आधार कार्ड की झेरोक्स प्रत
- पैन कार्ड की झेरोक्स प्रत
- आइडेंटिटी प्रूफ
- पासपोर्ट फोटो
- फिक्स डिपॉज़िट फॉर्म
- FD करने के लिए चेक
एफडी कितने ब्याज दर पर किया जाता है
दोस्तों FD करने से पहले आप को हर बैंक का क्या व्याज दर है यह जान लेना आवश्यक है क्योकि हर कोई पैसा कामना चाहता है तो क्यों नहीं अपने पैसे पर ज्यादा व्याज कमाया जाये। उसके साथ ही आप को अपने पैसो की सुरक्षितता भी देखनी जरुरी है क्योकि आप ने देखा होगा कुछ पतसंस्थाए अपने ग्राहकों को FD पर अधिक व्याज देने का दावा करती है और फ्रॉड करती है .इसलिए आप जबी भी अपने मेहनत का पैसा FD में इन्वेस्ट करे तो वह किसी सरकारी बैंक या अच्छे और पुराने निजी बैंक में ही करे जहाँ आप के पैसो की सुरक्षितता रहे।
दोस्तों FD के लिए व्याज दर हर सरकारी बैंक और निजी क्षेत्र की बैंक और पोस्ट ऑफिस के तहत अलग अलग होता है। साथ ही सीनियर सिटिज़न के लिए अलग से व्याज दर होता है। वही आप कितने साल के लिए fd कर रहे हो उसके ऊपर से भी FD रेट में फर्क पड़ता है। फिर भी हम आप को पोस्ट ऑफिस और कुछ सरकारी और निजी बैंक के FD के क्या व्याज दर है यह बताते है।
Post office fd interest rate 2023 (Post Office एफडी ब्याज दर 2023)
Period | Regular Citizens | Senior Citizens |
1 year | 6.80% | 6.80% |
1 year 1 day to 2 years | 6.90% | 6.90% |
2 years 1 day to 3 years | 7.00% | 7.00% |
3 years 1 day to 5 years | 7.50% | 7.50% |
FD Interest Rates 2023 of All Indian Banks ( भारत के सभी बैंक के व्याज दरे )
Bank Name | Regular Citizen | Senior Citizen |
HDFC Bank | 2.5% – 5.6% | 3.00% – 6.35% |
State Bank of India | 2.9% – 5.5% | 3.4% – 6.3% |
Punjab National Bank | 2.9% – 5.25% | 3.4% – 5.75% |
Axis Bank | 2.5% – 5.75% | 2.5% – 6.5% |
Canara Bank | 2.9% – 5.25% | 2.9% – 5.75% |
Bank of India | 2.85% – 5.05% | 3.35% – 5.55% |
Union Bank of India | 3% – 5.5% | 3% – 5.5% |
Karnataka Bank | 3.4% – 5.5% | 3.8% – 5.9% |
IDBI Bank | 2.7% – 5.5% | 3.2% – 6% |
Bajaj Finance | 5.51% – 6.8% | 5.76% – 7.05% |
यह भी पढ़े।
- कोल्ड कॉलिंग का मतलब क्या होता है?
- ACH क्रेडिट का मीनिंग (ACH Full Form In Hindi)
- पेटीएम से लोन कैसे ले ?
- lien amount meaning in hindi
एफडी पर टैक्स कटौती का नियम (Tax Deduction Rule on FD)
आप सभी को पता होगा की FD पे हमें व्याज मिलता है पर क्या आप को पता है आप FD के ऊपर जो व्याज कमाते हो उसपर आप को भारत सरकार को टैक्स देना पड़ता है। तो चलिए जान लेते है FD के ऊपर टैक्स कटौती का क्या नियम है।
आप को बता दे की अआप अगर वयस्क व्यक्ति है पर सीनियर सिटिज़न नहीं तो आपको आपके FD पे मिलने वाले ४०,००० रूपये के ऊपर के व्याज पर १० % TDS देना पड़ेगा। वही अगर आप सीनियर सिटिज़न है तो आपके FD पे मिलने वाले ५०,००० रूपये के ऊपर के व्याज पर १० % TDS देना पड़ेगा।
अगर आप ने बैंक में FD करते समय अपना पैन कार्ड नहीं दिया होगा तो आपको मिलने वाले व्याज के ऊपर २० % TDS देना पड़ेगा। अगर आप को मिलने वाले व्याज की राशि ४०००० हजार से कम है और फिर भी आप के बैंक ने आपके उस राशि के ऊपर TDS काटा है तो आप उसे टैक्स भरते वक़्त इनकम टैक्स रिटर्न फाइल में क्लेम कर सकते हो।
समय से पहले FD तोड़ने से क्या होता है? (What happens if you break FD prematurely?)
दोस्तों आप को बता दे की अगर आप समय से पहले अपनी FD तुड़वाते हो तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। अगर आप अपने FD को समय से पहले ही तुड़वाते हो तो आपको वह व्याज नहीं मिलेगा जिसके लिए आप ने FD शुरू की थी। अगर में SBI बैंक के नियम की बात करू तो आप अगर SBI में की गई FD को समय से पहले तुड़वाते हो तो आप को जो व्याज मिलेगा उसमे से १ % काट लिया जायेगा साथ ही आप को बचा हुआ व्याज मिलेगा उसपर भी आप को पेनल्टी देनी पड़ेगी.
उदाहरण के लिए अगर आप ५ लाख रुपयों तक की FD करते हो तो आप को उसपर 0.५0% तक की पेनल्टी देनी होगी और अगर आप ५ लाख से ज्यादा और १ करोड़ से कम की FD करते हो तो आप को उसपर १ % की पेनल्टी देनी पड़ेगी।
NOTE: – सबसे जरुरी बात यह है की आपके FD पे मिलने वाले व्याज पर TDS तब काटा जाता है जब आप के FD का व्याज आप के बैंक खाते में क्रेडिट किया जाता है। मतलब अगर आप ने ५ साल की FD की है और आप को हर साल व्याज मिलता है तो हर साल आप के व्याज से टैक्स काटा जाता रहेगा।
समय से पहले FD तोड़ने पर पेनल्टी से बचने के उपाय
दोस्तों आप अगर समय से पहले ही अपना FD तुड़वाते हो तो आप को पेनल्टी देनी पड़ती है पर यहाँ में आप ऐसे दो रास्ते बताऊंगा जिसकी मदत से आप अपनी पेनल्टी की राशि कम कर सकते हो।
- आप को अगर लगता है की आगे जाकर आपको पैसो की जरुरत पड़ने वाली है तो आप उसी पैसो की FD करे जिन पैसो की आप को जरुरत नहीं पड़ने वाली है.
- आप को अगर पैसो की जरुरत कभी भी पड सकती है पर आपको उसका सही समय नहीं पता है तो आप को ऐसे समय में कम समय के लिए FD करनी चाहिए। और अगर आप को FD के maturity के समय तक पैसो की जरुरत नहीं पड़ी तो आप अपने FD को Renewed कर सकते हो।
- सबसे जरुरी बात आप को एक ही साथ सारे पैसे एक ही FD में इन्वेस्ट नहीं करने है बल्कि छोटे छोटे राशि में १ से ज्यादा FD करनी है ताकि पैसे की जरुरत पड़ने पर आप १ या २ FD तोड़कर अपना काम चला सके और आपकी बाकि FD चलती रहे।
दोस्तों आशा करते है आप को हमारा आज का आर्टिकल fd full form in hindi | एफडी का फुल फॉर्म क्या होता हैं ? यह अच्छा लगा हो और आप को इससे FD के बारे में कही बातें सिखने को मिली होगी। अगर आप हमसे बैंक और फाइनेंस के बारे में और भी कोई जानकारी हासिल करना चाहते हो तो आप हमें कमेंट के जरिये या हमें पेर्सनली ईमेल कर के पूछ सकते हो। हम आप के सभी सवालो के जवाब जरूर देंगे।
FD की ही तरह अगर आप rd full form जानना चाहते हो तो (HDFC Bank ki RD kaise Shuru ya band kare | एचडीएफसी बैंक की RD कैसे शुरू या बंद करें?) यह आर्टिकल जरूर पढ़े।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल से हमने सीखा की fd full form in hindi | एफडी का फुल फॉर्म क्या होता हैं ? साथ ही हमने यह जान लिया की FD यानी पैसे को काम पर लगाकर उससे पैसे कमाने का एक आसान और सुरक्षित रास्ता है। इंडिया में कही सारे सीनियर सिटिज़न ऐसे है जो अपने FD के पैसो पे मिलने वाले व्याज पे अपना खर्चा चलाते है।