HDFC Bank ki RD kaise Shuru ya band kare | एचडीएफसी बैंक की RD कैसे चालू या बंद करें?

HDFC Bank ki RD kaise Shuru ya band kare- दोस्तों अगर आप का भी किसी बैंक में अकाउंट हो तो आपने FD और RD यह नाम तो जरूर सुने ही होंगे। FD सुनते ही आपको Fix Deposit यह बात पता चल जाती है पर RD सुनाने बाद कही लोगो को RD का मतलब ही समझ में नहीं आता है। इसलिए आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको RD क्या होती है ? RD करने के क्या फायदे होते है ? और अगर आपका बैंक अकाउंट HDFC Bank में है तो आप HDFC Net banking से अपनी RD ऑनलाइन कैसे शुरू या बंद कर सकते हो इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।

 

HDFC Bank ki RD kaise Shuru ya band kare

RD (Recurring Deposit) क्या होता है ?

दोस्तों RD का फुल फॉर्म होता है Recurring Deposit यह एक बचत योजना होती है। कुछ लोग को RD या Recurring Deposit को RD Account भी कहते है। आप अपने किसी भी बैंक अकाउंट से RD कर सकते हो इंडिया की सभी बैंक अपने ग्राहकों को RD की सुविधा देती है।

जब आप अपने Bank से RD करते हो तो एक तय की गयी राशि हर महीने आपके बैंक अकाउंट से डेबिट होकर आपके RD Account में जमा होती है। आप अपने हिसाब से जितने भी राशि की RD शुरू करना चाहते हो वह आप कर सकते हो।

यह जो RD Account है वह आपके बैंक अकाउंट के निचे ही आपको दिखाई देता है इसमें आपने RD के रूप में जो भी पैसा जमा किया हुआ है वह भी आपको यहाँ दिखाई देता है बस उसे आप इस्तेमाल नहीं कर सकते हो। अगर आपको उस पैसो को इस्तेमाल करना हो तो आपको पहले अपने RD को ब्रेक करना होगा या यु कहु आपको आपके RD को close करना होगा।

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HDFC Bank ki RD kaise Shuru ya band kare | Recurring Deposit HDFC Net banking के मदत से कैसे शुरू करे।

दोस्तों अब हम आपको बताएँगे की अगर आपके पास HDFC Bank का अकाउंट है तो आप HDFC Net banking से Recurring Deposit कैसे शुरू करे। RD किस तरह लगाई जाये इसकी सभी स्टेप हमने आपको निचे इमेज के साथ बताई हुयी है। इसे follow करके आप भी घर बैठे अपनी RD शुरू कर सकते हो।

स्टेप १ :- सबसे पहले अपने मोबाइल में गूगल क्रोम ओपन कर ले और उसमे HDFC Net banking सर्च कर ले या HDFC का App Open कर ले.हमारा मानना है की आप google chrome का ही इस्तेमाल करे यह आसान होता है। HDFC Net banking के लिंक पे आप जब क्लिक करोगे तो आप के सामने निचे दिए गयी इमेज आ जाएगी यहाँ आप को आपके HDFC बैंक अकाउंट के कस्टमर आईडी को डालना होगा और continue बटन पर क्लिक करना होगा फिर आप को अपना नेटबैंकिंग पासवर्ड डालकर उसे लॉगिन कर लेना है।

अगर आपने अपनी HDFC Net banking शुरू नहीं की है तो आप हमारे निचे दिए गए आर्टिकल को पढ़ सकते हो।

इसे पढ़े :- HDFC नेट बैंकिंग कैसे चालू करें

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स्टेप २ :- जब आप अपने अब HDFC Net banking में login कर लोगे उसके बाद आपके सामने निचे दिए गए इमेज जैसा इंटरफ़ेस आ जायेगा।

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स्टेप ३ :- अब आपको लेफ्ट के साइड में Account Summary के निचे Transact की टैब दिखाई देगा आपको उसपर क्लिक करना होगा। जिसके बाद आपको Open Recurring Deposit टैब दिखाई देगा आपको उसपर क्लिक करना होगा। (निचे इमेज दी गयी है )

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स्टेप ४ :- जब आप Open Recurring Deposit टैब पर क्लिक करोगे तब आपके सामने निचे दिए गए इमेज जैसा इंटरफ़ेस आ जायेगा। यहाँ आपको from account का option दिखाई देगा यहाँ आपको जिस आकउंट पे RD शुरू करनी है उस अकाउंट को आपको select कर लेना है। उसके निचे आपको place of Recurring Deposit का ऑप्शन दिखाई देगा उसे आपको Home ब्रांच ही रखना है।

निचे की और आपको Installment amount का ऑप्शन दिखाई देगा यहाँ आपको जितने amount की RD लगानी है आप को वह amount यहाँ डाल देनी है। RD की राशि कम से कम ₹1000 और अधिक से अधिक 2 करोड रुपए हो सकती है वही Installment amount के आगे आपको Interest rates का ऑप्शन भी दिखाई देगा , आप उधर से Interest rates भी देख सकते है।

अब आपको Deposit Period का option दिखाई दे रहा होगा जिसमें आपको Year और Months दोनों option दिखाई देंगे। यहाँ आपको जितने Years या महीने की RD लगानी है आपको उस Period को यहाँ सेलेक्ट कर लेना है। RD आप Min: 6 months (thereafter in multiples of 3 months) Max: 10 years तक की लगा सकते हो।

Next आपको RD Maturity Instructions का option दिखाई देगा इसमें आपको 3 ऑप्शन दिखाई देंगे।

अब यहाँ आपको वह option सेलेक्ट करना है जहाँ आप RD maturity के बाद अपने पैसे Transfer करना चाहते है.

  1. Maturity to Account: – अगर आप यह option चुनते हो तो Maturity के बाद आपकी Principal amount और Interest मिलकर जो भी अमाउंट आपकी बनी होगी वह आप अपने Bank Account में Transfer कर सकते हो।
  2. Maturity Proceeds to FD (Principal + Interest): – अगर आप Maturity Proceeds to FD (Principal + Interest) यह option चुनते हो तो आप की सारी राशि Principal + Interest) आपके बैंक अकाउंट में जमा हो जाएगी
  3. Maturity Proceeds to FD (Principal Only): – अगर आप Maturity Proceeds to FD (Principal Only) यह option चुनते हो तो आप की जो भी प्रिंसिपल राशि होगी वह आपके FD Account में जमा होगी और RD से आपका दोस्तों कही बार क्या होता है आप किसी काम के लिए बैंक जाते हो तब बैंक कर्मचारी अपने टारगेट को पूरा करने के लिए आपके अकाउंट पे RD लगा लेते है। ऐसे में आपको यह नहीं पता होता है की आपके RD में कितने पैसे जमा हुए है और साथ ही हम RD कहा देखे। तो अब हम आपको बताते है की आप HDFC Bank के Net banking में अपनी RD कहा चेक करे। जो भी Interest बनेगा वह आपके Saving Account में जमा हो जायेगा।

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स्टेप ५ :- अब निचे की और आपको आपके RD अकाउंट को नॉमिनी लगाने का ऑप्शन मिल जायेगा अगर आप नॉमिनी लगाना चाहते हो तो आप यहाँ से नॉमिनी लगा सकते हो या आगे Continue बटन पे क्लिक कर सकते हो।

स्टेप ६ :- जैसे ही आप Continue बटन पे क्लिक करते हो तो एक नया पेज आ जायेगा जहाँ आपको आपकी सारी fill की गयी details दिखाई देगी आप चाहे तो उसमे changes कर सकते हो और अगर सब सही है तो आप को निचे Confirmation का बटन दिखाई देगा आप को उस Confirmation बटन पे क्लिक करना होगा। Confirmation बटन पे क्लिक करते ही आप की RD या RD Account शुरू हो जाता है।

RD (Recurring deposit) लगाने के फायदे | Recurring deposits (RD) Benefits

  1. नियमित बचत (Regular Savings): RD ऐसी योजना है जो नियमित बचत को प्रोत्साहित करती हैं क्योंकि व्यक्ति को RD की राशि निर्धारित अंतराल पर नियमित रूप से भरनी होती है, आमतौर पर मासिक। RD हमको बचत करना सिखाती है और धन के महत्व को समझाती है।
  2. मानदंडिता (Flexibility): RD जमा राशि और कालावधि के संबंध में मानदंडिता प्रदान करते हैं, इसलिए इनका उपयोगकर्ताओं को वित्तीय लक्ष्यों और क्षमताओं के अनुसार एक प्रभावी योजना बनाने में मदद मिलती है।
  3. निश्चित रिटर्न (Fixed Returns): RD Invested Amount पर निश्चित रिटर्न प्रदान करती हैं, जिससे आप पहले से ही decide कर सकते हो की कितने सालो बाद आप को कितनी राशि प्राप्त होगी । ब्याज दर आमतौर पर RD खोलने के समय पहले से निश्चित होती है, जो व्यक्तियों को अपनी वित्तीय योजना की अधिक सकारात्मक प्रभावीता करने में मदद करता है।
  4. कम जोखिम (Low Risk): RDs को कम जोखिम निवेश के रूप में माना जाता है क्योंकि वे बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा प्रदान की जाती हैं, जो नियामित निकाय हैं। मूल राशि सुरक्षित होती है, और ब्याज दर पहले से निश्चित होती है, जिससे नुकसान के जोखिम को कम किया जाता है।
  5. बाजार में तबादलों के बिना (RD are not affected by market fluctuations): अन्य निवेश विकल्पों की तरह जैसे कि स्टॉक या म्युच्यूअल फंड, RD पर बाजार के उतार चढाव का कोई असर नहीं पड़ता है । रिटर्न स्टॉक मार्केट के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं होते हैं, जिससे RDs स्थिर और विश्वसनीय निवेश विकल्प होते हैं।
  6. ऋण सुविधा (Loan Facility): कई बैंक RD के ऊपर ग्राहक को ऋण सुविधाएं प्रदान करती हैं। व्यक्ति अपने RD को गिरवी रखकर कम ब्याज दर पर ऋण उठा सकते हैं। इससे वित्तीय जरूरत के समय में सुविधाजनक और सार्थक उधारण विकल्प प्राप्त होता है।
  7. कर लाभ (Tax Benefits): देश और वर्तमान कर विधि के आधार पर निर्धारित कर लाभ RDs प्रदान कर सकती हैं। कई स्थितियों में, RD पर कमाई हुई ब्याज आयकर से छूटी योग्य हो सकती है

 

RD (Recurring deposit) के नुकसान | Disadvantages of RD?

  1. निश्चित रिटर्न (Fixed Returns): RDs के निश्चित रिटर्न तो स्थिरता प्रदान करते हैं, लेकिन ये अन्य निवेश विकल्पों जैसे स्टॉक या म्युच्यूअल फंड से प्राप्त होने वाले रिटर्न से कम हो सकते हैं। आमतौर पर RDs में ब्याज दरें कम होती हैं, जो मुद्रास्फीति के साथ सामरिक नहीं हो सकती है। इसका मतलब है कि असली मूल्य परिणाम की मान्यता वक्त के साथ कम हो सकती है।
  2. नकदी की कमी (Lack of Liquidity): RDs में निश्चित कालावधि होती है, और पूर्वावधि निकाल करने पर आमतौर पर जुर्माने या कम ब्याज दरों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक आपातकालीन स्थितियों या तत्पर धन की आवश्यकता के मामले में, निवेशित राशि तक पहुंचना मुश्किल हो सकता है। यह नकदी की कमी आपकी वित्तीय प्रबंधन में निर्बद्धता में सीमा लगा सकती है।
  3. ब्याज पर कर (Taxation on Interest): RDs से प्राप्त ब्याज आपके देश के वर्तमान कर विधि के अनुसार आमतौर पर कर योग्य होता है। आपकी आय और आपके पास आने वाले कर दायरे पर निर्भर करता है, ब्याज की कमाई को कर से घटाया जा सकता है, जिससे आपके निवेश पर कुल मिलाकर प्राप्त होने वाले रिटर्न पर असर पड़ सकता है।
  4. पूंजी की मूल्य वृद्धि नहीं (No Capital Appreciation): स्टॉक या वास्तुकला में निवेश के विपरीत, RDs में पूंजी की मूल्य वृद्धि नहीं होती है। मूल राशि कालावधि के दौरान स्थिर रहती है, और रिटर्न सीमित होते हैं पूर्व-निर्धारित ब्याज दर की गणना से। इसका मतलब है कि आप उच्चतम रिटर्न की संभावना से वंचित रह सकते हैं जो पूंजी की मूल्य वृद्धि के साथ आती है।
  5. ब्याज दर की परिवर्तनशीलता (Inflation Risk): RDs पर प्रदान की जाने वाली ब्याज दरें समय के साथ बदल सकती हैं, यह बाजार की स्थितियों या वित्तीय संस्थान की नीतियों के परिवर्तन के कारण हो सकता है। अगर RD की कालावधि के दौरान ब्याज दरें कम हो जाती हैं, तो आप नए निवेशकों के लिए उपलब्ध उच्च दरों से लाभांशित नहीं हो सकते हैं। यह आपके निवेश पर कुल मिलाकर प्राप्त होने वाले

 


HDFC Bank में शुरू की हुयी RD कैसे देखे। How to check RD in HDFC Net Banking

दोस्तों कही बार क्या होता है आप किसी काम के लिए बैंक जाते हो तब बैंक कर्मचारी अपने Target को पूरा करने के लिए आपके अकाउंट पे RD लगा लेते है। ऐसे में आपको यह नहीं पता होता है की आपके RD में कितने पैसे जमा हुए है और साथ ही हम RD कहा देखे। तो अब हम आपको बताते है की आप HDFC Bank के Net banking में अपनी RD कहा चेक करे।

अगर आपने आपके HDFC Bank के account से RD (Recurring Deposit) अगर लगाई होगी तो RD में जमा सारि राशि आपको आपके बैंक बैलेंस के निचे ही दिखाई देती है। आप जब अपने RD को बंद करते हो तो तुरंत ही RD की राशि आपके बैंक में आ जाती है।

RD कितने साल की होती है?

दोस्तों हम आपको बता दे की RD (Recurring Deposit) एक बचत योजना है इसकी सहायतसे आपकी saving तो होती ही है ,पर साथ ही आपको व्याज भी मिलता है। जब भी आप RD (Recurring Deposit) या FD शुरू करे तो उसे लम्बी कालावधि के लिए ही रखे। जिससे आपको अच्छा व्याज मिले और आपकी एक अच्छी राशि बन जाये। देखा जाये तो RD का समय कम से कम 6 महीने और अधिक से अधिक 120 महीने तक अपनी आर डी रख सकते हो।

ऑनलाइन मैच्योरिटी के बाद आरडी अकाउंट से पैसे कैसे निकाले?

ऑनलाइन मैच्योरिटी के बाद आरडी अकाउंट से पैसे कैसे निकाले? इसका जवाब हमने आपको पहले ही बताया है ,जिसके लिए आप Recurring Deposit HDFC Net banking के मदत से कैसे शुरू करे। इस हेडिंग के under देख सकते हो।

  1. Maturity to Account: – सभी जानकारी हमने ऊपर दी है। 
  2. Maturity Proceeds to FD (Principal + Interest): – सभी जानकारी हमने ऊपर दी है। 
  3. Maturity Proceeds to FD (Principal Only): – सभी जानकारी हमने ऊपर दी है। 

एचडीएफसी बैंक की RD कैसे बंद करें? | How to close HDFC Bank RD?

दोस्तों HDFC Bank से RD किस तरह शुरू करनी है या RD लगाने का क्या फायदा यह तो हमने देख ही लिया है। पर कही बार आप बैंक में किसी और काम के लिए जाते हो और बैंक वाले जबरदस्ती आपकी RD शुरू कर देते है ऐसे में आपकी दिक्कत हो जाती है। ऐसे वक़्त में आप आसानी से घर बैठे अपने HDFC Net banking की सहायतासे RD close कर सकते है या यह कहु RD तोड़ सकते हो।
अपनी HDFC Bank की RD Close करने के लिए हमने निचे कुछ स्टेप्स दिए हुए है उसे follow करो।

स्टेप १ :- सबसे पहले google chrome पे HDFC Net banking search कर ले। HDFC Net banking Search करने बाद आपको अपना HDFC bank का Customer id और Password डालकर login कर लेना है।लॉगिन करने बाद आप के सामने निचे दिए गए इमेज जैसा इंटरफेस आ जायेगा।

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स्टेप २ :- अब आपको Account Summary के निचे Transact का option दिखाई देगा आपको उसपर क्लिक करना होगा। जिसके बाद आप के सामने एक नया पेज आ जायेगा वहां आपको Liquidate RD/My Passion Fund का विकल्प दिखाई देगा आपको उसपर क्लिक करना होगा। (निचे इमेज दी है)

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स्टेप ३ :- अब Recurring / My Passion Fund को सेलेक्ट करें और Credit to Account सिलेक्ट करें .Credit to Account में आपको वह बैंक अकाउंट को सेलेक्ट करना होगा जिसमें आप अपने RD की राशि लेना चाहते हो।

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स्टेप ४ :- अब आपको accept Terms & Conditions पर क्लिक करना होगा जिसके बाद Continue पर क्लिक करें।अब आपको Confirm option पर क्लिक करना होगा । यह सब करने बाद आपकी RD Close हो जाएगी।

दोस्तो आशा करते है आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा। अगर आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो वह आप हमें कमेंट की सहायतासे पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालो के जवाब देने का प्रयास करेंगे। … आपका कीमती समय देने के लिए आपका धन्यवाद !!

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Author

  • Shree Sonar

    मेरा नाम श्री सोनार है मैंने फाइनेंस में अपना पोस्ट ग्रेजुएशन (MBA) किया हुआ है। में एक प्रोफेशनल बैंकर हु साथ ही एक ट्रेडर भी हु, मेरी बैंकिंग और स्टॉक मार्केट में Expertise है।

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